Bal Sant Baba Abhinav Arora ko Lawrence Bishnoi Gang se Mili Dhamki – Dar ke Saaye Mein Parivaar

Bal Sant Baba Abhinav Arora ko Lawrence Bishnoi Gang se Mili Dhamki

बाल संत बाबा अभिनव अरोड़ा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिली धमकी – डर के साए में परिवार

बाल संत बाबा” के नाम से मशहूर अभिनव अरोड़ा (अभिनव अरोड़ा उम्र: 10 वर्ष) के परिवार को इन दिनों कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। यह बच्चा, जो अपनी भक्ति और धार्मिक प्रवचनों के लिए जाना जाता है, अब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जान से मारने की धमकी के कारण दहशत में है।

अभिवावकों को मिली धमकी: अभिनव अरोड़ा को मिली धमकी फोन पर (Lawrence Bishnoi Gang ki Dhamki ne Badhayi Chinta)

अभिनव की मां, ज्योति अरोड़ा, ने बताया कि सोमवार शाम को उनके मोबाइल पर एक धमकी भरा संदेश आया। इस संदेश में कहा गया कि अगर अभिनव अरोड़ा ने अपने “भक्ति मार्ग” से हटने की कोशिश की, तो उसे गोली मार दी जाएगी। यह संदेश पाते ही पूरा परिवार भय के साए में आ गया। अभिनव को मिली धमकी फोन पर उनके लिए एक नए संकट का संकेत है।

अभिनव की मां ने कहा, “यह पहली बार नहीं है कि हमें इस तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा है। लेकिन इस बार स्थिति बहुत गंभीर है। हमें उम्मीद थी कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेगी।”

बाल संत बाबा की पहचान: अभिनव अरोड़ा की भक्ति और उम्र

अभिनव अरोड़ा ने तीन साल की उम्र से ही भक्ति में रुचि लेना शुरू किया था। उनके आध्यात्मिक विचारों और भक्ति के प्रति समर्पण ने उन्हें बहुत छोटी उम्र में ही पहचान दिला दी थी। उनके भक्ति गीतों और प्रवचनों को लाखों लोग सोशल मीडिया पर देखते हैं। हाल ही में एक वीडियो वायरल ऑन सोशल मीडिया हो गया, जिसमें अभिनव ने अपनी भक्ति का प्रदर्शन किया था। लेकिन इसी प्रसिद्धि ने उन्हें संकट में डाल दिया है।

वायरल वीडियो से जुड़ा विवाद: अभिनव अरोड़ा और स्वामी रामभद्राचार्य

यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब सोशल मीडिया पर अभिनव का एक पुराना वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में, जहां अभिनव अरोड़ा को स्वामी रामभद्राचार्य के साथ मंच पर देखा गया, एक विवाद खड़ा हुआ। स्वामी जी ने कार्यक्रम के अनुशासन को बनाए रखने के लिए अभिनव को शांत रहने के लिए कहा था। लेकिन इस वीडियो को गलत संदर्भ में पेश किया गया, जिससे अभिनव के प्रति घृणा और धमकियों का माहौल बन गया।

कई लोगों ने इस वायरल वीडियो के आधार पर अभिनव को निशाना बनाया और कुछ ने तो जान से मारने की धमकी तक दे डाली। इस ट्रोलिंग ने न केवल अभिनव के लिए बल्कि उसके परिवार के लिए भी मानसिक तनाव का कारण बनी है।

अदालती कार्रवाई की तैयारी: अभिनव के लिए न्याय की मांग

इस स्थिति को देखते हुए, ज्योति अरोड़ा ने निर्णय लिया कि वे इस मामले को अदालत में ले जाएंगी। उन्होंने सोमवार को कोर्ट में एक याचिका दायर की, जिसमें सोशल मीडिया पर अभिनव के खिलाफ नकारात्मक प्रचार करने वाले कुछ यूट्यूबर्स और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की।

अदालत ने इस याचिका को गंभीरता से लिया और पुलिस को 6 नवंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए। अब परिवार न्याय की आशा में है और उम्मीद कर रहा है कि उनके बेटे की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।

परिवार का डर: अभिनव अरोड़ा और परिवार के हालात

धमकी मिलने के बाद से अभिनव और उनके परिवार में गहरी चिंता और डर का माहौल है। अभिनव के पिता, तरुण राज, जो खुद एक लेखक हैं, ने बताया कि इस स्थिति ने उनके बच्चों का सामान्य जीवन बहुत कठिन बना दिया है। अभिनव और उसकी बहन अब स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। तरुण ने कहा, “हमने पहले भी पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।”

सोशल मीडिया की जिम्मेदारी: क्या बच्चों की सुरक्षा है खतरे में?

अभिनव के मामले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। क्या बच्चों को इस प्रकार की ट्रोलिंग और धमकियों का शिकार बनने से बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए? यह एक महत्वपूर्ण सवाल है, जो हमें विचार करने पर मजबूर करता है। यह मामला x.com pr trending me भी है, जहां लोगों की प्रतिक्रियाएं और चिंता व्यक्त की जा रही है।

बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। हमें समझना होगा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल केवल अपनी बात कहने के लिए होना चाहिए, न कि किसी की ज़िंदगी को खतरे में डालने के लिए।

अंत में: न्याय की आस में परिवार

अभिनव के माता-पिता ने अधिकारियों से गुहार लगाई है कि धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। एक मासूम बालक, जिसने केवल भक्ति में रुचि ली है, उसे केवल इसी कारण धमकियां मिलना बहुत दुखद है।

अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि अदालत का फैसला क्या होगा। हमें आशा है कि कानून इस मासूम की सुरक्षा के लिए कड़ा कदम उठाएगा।

इस मामले ने ना केवल अभिनव के परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि यह समाज के हर हिस्से को सोचने पर मजबूर करता है कि हमें बच्चों की सुरक्षा को कैसे सुनिश्चित करना चाहिए।

उम्मीद है कि समाज और कानून दोनों ही इस मामले को गंभीरता से लेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।

Author

  • kavita Sharma

    मैं कविता शर्मा एक पेशेवर लेखिका हूँ, जो विभिन्न विषयों पर नवीनतम चर्चाओं और घटनाओं पर लेखन करती हूँ। मेरा लेखन सामाजिक मुद्दों, समसामयिक घटनाओं, और तकनीकी जानकारियों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने पर केंद्रित है। मेरा उद्देश्य है कि मेरे लेखों के माध्यम से पाठकों को ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारी प्राप्त हो, जिससे वे जागरूक और सूचित रह सकें।

    View all posts