अल्मोड़ा बस हादसा: उत्तराखंड में दर्दनाक सड़क दुर्घटना में 15 से अधिक लोगों की मौत

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Almora Bus Accident News: Tragic Road Accident in Uttarakhand Claims Over 15 Lives

दीवाली के त्योहार की खुशियों के बाद उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को शोक में डाल दिया। 4 नवंबर 2024 की सुबह एक बस, जो लगभग 35 यात्रियों को लेकर रामनगर जा रही थी, अचानक खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में 15 से अधिक लोगों की जान चली गई, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसे के बाद इलाके में मातम छा गया और प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों में तेजी दिखाई है।

घटना स्थल: अल्मोड़ा की खतरनाक पहाड़ी सड़कें

यह हादसा सुबह 9:30 बजे के आसपास सारड बैंड के पास हुआ, जहां सड़कें संकरी और मोड़ तीखे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस चालक एक तीव्र मोड़ पर नियंत्रण खो बैठा, जिससे बस सड़क से फिसलकर खाई में जा गिरी। आसपास के ग्रामीणों ने दुर्घटना की आवाज सुनी और सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने घायलों की सहायता करने का हरसंभव प्रयास किया, जब तक कि बचाव दल मौके पर नहीं पहुंचा।

स्थानीय प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया

हादसे की खबर मिलते ही राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और स्थानीय पुलिस समेत आपातकालीन टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं। अल्मोड़ा के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बचाव अभियान का नेतृत्व किया और प्रभावित परिवारों को समर्थन प्रदान किया। पास के अस्पतालों से अतिरिक्त चिकित्सा स्टाफ और एंबुलेंस मौके पर भेजी गईं, ताकि घायलों को शीघ्र चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। दुर्गम स्थान और स्थल तक पहुंचने में कठिनाई के कारण स्थिति चुनौतीपूर्ण रही।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और राहत एवं बचाव कार्यों को तेज़ी से चलाने का आदेश दिया। उन्होंने अल्मोड़ा के जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों से सीधा संवाद किया और निर्देश दिए कि घायलों को हरसंभव मदद दी जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि आवश्यक हो, तो गंभीर रूप से घायलों को हायर सेंटरों में एयरलिफ्ट कर उपचार कराया जाए।

चश्मदीद और बचे हुए यात्रियों के बयान

हादसे से बचे कुछ यात्रियों ने उस भयावह क्षण को याद किया जब बस नियंत्रण से बाहर हो गई थी। बस के अंदर यात्रियों में अफरातफरी मच गई थी, और कुछ यात्रियों को बस गिरने के दौरान बाहर फेंक दिया गया। जीवित बचे यात्रियों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन को घटना की जानकारी दी और बचाव टीमों को मार्गदर्शन भी किया।

15 से अधिक की मौत; संख्या बढ़ सकती है

इस दुर्घटना में 15 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि कुछ घायलों ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। कई यात्रियों की हालत गंभीर है और उनका उपचार जारी है। घायलों की स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

ऐसे हादसे क्यों बार-बार होते हैं?

उत्तराखंड की पहाड़ी सड़कों पर ऐसे हादसे एक गंभीर चिंता का विषय बने हुए हैं। संकरी सड़कें और तीव्र मोड़ बड़ी गाड़ियों के लिए हमेशा खतरनाक साबित होते हैं। राज्य सरकार पर बेहतर सड़क सुरक्षा उपाय लागू करने, सड़क मरम्मत सुनिश्चित करने और ओवरलोड वाहनों पर रोक लगाने का दबाव है, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।

बचाव और राहत कार्य जारी

बचाव कार्य के साथ ही प्रभावित परिवारों के लिए राहत के प्रयास भी किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने परिवारों के लिए एक हेल्पलाइन भी स्थापित की है। इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर से पहाड़ी रास्तों पर यात्रा की जोखिमों को उजागर किया है। राज्य सरकार ने हादसे की जांच का आश्वासन दिया है और भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का वादा किया है।

 

Author

  • kavita Sharma

    मैं कविता शर्मा एक पेशेवर लेखिका हूँ, जो विभिन्न विषयों पर नवीनतम चर्चाओं और घटनाओं पर लेखन करती हूँ। मेरा लेखन सामाजिक मुद्दों, समसामयिक घटनाओं, और तकनीकी जानकारियों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करने पर केंद्रित है। मेरा उद्देश्य है कि मेरे लेखों के माध्यम से पाठकों को ज्ञानवर्धक और उपयोगी जानकारी प्राप्त हो, जिससे वे जागरूक और सूचित रह सकें।

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